*जागतिक साहित्य कला व्यक्तित्व विकास मंचके सन्मा. सदस्य कवी चंद्रशेखर कासार की लिखीं हुई बेहतरीन कविता*
*कैसे लिखूं कविता तुझपर*
कैसे लिखूं कविता तुझपर
जब दिल खुश है तुझको देखकर
कविता तो तब होती है
जब तू दिल के करीब होती है
तेरी तस्वीर नजरमें रहती है
कुछ लम्होंके सहारे राते गुजर जाती है
बेबसी तो तब होती है
जब तू नजरोंसे दूर होती है
जब जब तेरी याद आती है
तब कविता होटोंपर आती है
होश उड जाते है तुझ को देखकर
फिर बतां कैसे लिखूं कविता तुझपर
कवी :-
*चंद्रशेखर प्रभाकर कासार*
*चांदवडकर, धुळे.*
७५८८३१८५४३.
८२०८६६७४७७.
