*जागतिक साहित्य कला व्यक्तित्व विकास मंच सदस्या लेखिका कवयित्री अख्तर पठाण लिखित अप्रतिम काव्यरचना*
*त्रैलोक्य त्रिमूर्ती*
ऋषी अत्री पिता | अनसूया माता
त्यांचे पुत्र दत्ता | गुरुदेव ||१||
माता अनसूया | पतिव्रता अशी
सीतामाई जशी | श्रीरामाची ||२||
सोम नी दुर्वास | असे भाऊ दोन
यात श्रेष्ठ कोन | देव जाणो ||३||
दुर्वास ऋषींनी | कुंती दिले वर
ममतेचे दार | उघडीले ||४||
माता अनसूया | कपिल ऋषींच्या
भगिनिही होत्या | योगा योग ||५||
ब्रम्हा विष्णु शिवा | बाळ त्यांना केले
पोटभर दिले | स्तनपान ||६||
त्रैलोक्य त्रिमूर्ती | देवाचे स्वरूप
दत्त त्यांचे रूप | पूजनीय ||७||
✍🏻 *अख़्तर पठाण.*
*(नासिक रोड)*
*मो.:-9420095259*